क्यों सोचते हो इतना, कि मैं तुमसे दूर हूँ। हालात ही ऐसे हैं, कि मैं मज़बूर हूँ। दूर रहकर भी ‘पुष्पक’, मैं तेरे दिल के करीब हूँ। क्योंकि तुम मेरे साया हो, और मैं तुम्हारा वजूद हूँ।
क्यों सोचते हो इतना, कि मैं तुमसे दूर हूँ। हालात ही ऐसे हैं, कि मैं मज़बूर हूँ। दूर रहकर भी ‘पुष्पक’, मैं तेरे दिल के करीब हूँ। क्योंकि तुम मेरे साया हो, और मैं तुम्हारा वजूद हूँ।क्यों सोचते हो इतना, कि मैं तुमसे दूर हूँ। हालात ही ऐसे हैं, कि मैं मज़बूर हूँ। दूर रहकर भी ‘पुष्पक’, मैं तेरे दिल के करीब हूँ। क्योंकि तुम मेरे साया हो, और मैं तुम्हारा वजूद हूँ।